असुरक्षित है,क्योकि दलमा में मांसाहारी जानवर का शिकार पशुघन हो रहे।

दालमा  सेंचुरी के निकटवर्ती गांव वाले को पशु घन को लेकर चिंतित हैं।

दालमा के तहलटी में रहने लोग के पास पशु घन असुरक्षित है,क्योंकि दालमा में मांसाहारी जानवर का शिकार पशु घन हो रहे।

   

  अन्यथा सुरक्षा समिति आन्दोलन के बाध्य होगें।

चांडिल,दलमा में बाघ के हमले से कई पालतू जानवरों के मौत को देखते हुए दलमा समिति के सदस्य द्वारा किया गया गाय और बेलों का खोजबीन, जिसमें दलमा समिति के गाय बछड़ा बैल को मिलाकर कुल 16 जानवर लापता है।कई बेलों का अवशेष कोंकादशा समीप मझिला बांध, लेदाबड़, पोराडीह को ऊपरी जंगल भाग में, और आदि कई जगह पर पाया गया,

मारे गए पालतू जानवरों को जल्दी शरीर मिट्टी में मिल जाए इसीलिए वनविभाग द्वारा केमिकल दिया गया जिसकारण जल्दी मृत शरीर नष्ट हो गया है।

समिति को चिंता है कहीं बनविभाग की लापरवाही के कारण बाघ सभी पालतू जानवरों का शिकार न कर बैठे ।

तत्काल बनविभाग उचित पहल करें ताकि क्षेत्र के लोग सुरक्षित हो,पालतू जानवर सुरक्षित हो, जान माल का नुकसान न हो और जो नुकसान हुआ है उसका उचित मुआवजा विभाग द्वारा दिया जाए ।

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